what is anti sex beds एंटी सेक्स बेड्स क्या है

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anti sex beds को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है ऐसे में बहुत से लोगो के मन में सवाल उठ रहे है की एंटी सेक्स बेड्स क्या है और इसे लेकर आखिर इतनी चर्चा क्यों हो रही है दरअसल इन बिस्तरों को खास करके ओलिंपिक खिलाड़ियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के मकसद से तइयार किये गए है। पहले हमेसा ही  olympic खेलों के आलावा खुले यौन सम्बन्धो के लिए भी चर्चा में रहा है लेकिन इस बार olympic में कोरोना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए आयोजकों ने ये नई पहल की है।

 

 

anti sex beds क्यों बनाये गए है

सबसे पहले 80 के दशक में ओलिंपिक के दौरान जमकर सेक्स होने की बात सामने आई थी। उस वक्त यौन रोगो से सुरक्षा के लिए खिलाड़ियों में कंडोम का वितरण भी किया गया था। उसके बाद से हर बार ओलिंपिक में बांटे जाने वाले कंडोम की संख्या का चर्चा रहा है। साल 2016 में ओलिंपिक के दौरान आयोजक देश ब्राजील ने तकरीबन 90 लाख कंडोम बटवाये थे। अंदाजा लगाया जा सकता है की खेलो के दौरान खिलाडी और आम लोग एक दूसरे के ज्यादा नजदीक आते है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते आयोजक नहीं चाहते की ऐसा कुछ हो। यही कारन है की इस ओलिंपिक में खिलाड़ियों के लिए एंटी सेक्स बेड्स तैयार किये गए है।

what is anti sex beds

 

 

what is anti sex beds [ सेक्स विरोधी बिस्तर ]

olympic के खिलाड़ियों के आराम करने के लिए बने ये बिस्तर कार्डबोर्ड से तैयार किये गए है। जो एक औसत से ज्यादा वजन नहीं सह सकते है। ऐसे में अगर किसी तरह के अचानक हलचल या फिर जरूरत से ज्यादा हलचल होने पर भी ये बिस्तर टूट सकते है। अगर इस बिस्तर पर दो लोग रहे तो ये बेड टूट जायेगा। anti sex beds करीब 200 किलो वजन ही उठा सकते है। इस बेड एकाएक वजन डालने पर भी टूट सकता है।

anti sex beds बनाने वाली कंपनी

इस मॉडलर बेड्स को जापानी कंपनी Airweave ने बनाया है। anti sex beds तैयार करने वाली  कंपनी Airweave का दावा है उसने इस बेड को पर्यावरण को धयान में रखते हुए तैयार किये है हालाँकि बेड का हल्का होना ये साफ कर रहा है की की इसका मकसद केवल पर्यारण ही नहीं है। ऐसे 18000 बेड्स बने है जो खिलाड़ियों और टीम को दिए जाने है।

anti sex beds के फायदे

इस  एंटी सेक्स बेड्स को recyclable बनाया गया है ये बेड्स यूज़ होने के बाद फेंके नहीं जायेगे। खेलो के ख़त्म होने के बाद इन्हे फैक्ट्रीज में भेज दिया जायेगा और इनको पेपर में बदल दिया जायेगा। और गद्दो से प्लास्टिक के उत्पाद  तैयार किये जायेगे।
 

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