अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति चश्मे में लगे छुपे हुए कैमरे का इस्तेमाल कर मंदिर के भीतर की तस्वीरें खींच रहा था। सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और जांच के लिए खुफिया एजेंसियों के हवाले कर दिया है।
कैसे पकड़ा गया संदिग्ध?
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को एक व्यक्ति रामलला के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचा। उसने स्पाइ कैमरा लगे चश्मे पहन रखे थे, जिनकी मदद से वह मंदिर के अंदर की तस्वीरें कैद कर रहा था।
सुरक्षाकर्मियों ने जब उसकी संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दिया, तो तुरंत उसे हिरासत में लेकर जांच शुरू की। तलाशी के दौरान चश्मे के फ्रेम में लगे छोटे कैमरे का खुलासा हुआ, जिससे वह फोटो और वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था।
खुफिया एजेंसियों की पूछताछ जारी
पकड़े गए व्यक्ति को खुफिया एजेंसियों के हवाले कर दिया गया है। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आरोपी का मकसद क्या था और क्या इसके पीछे कोई साजिश है।
उसके पास से बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि उसने कितनी तस्वीरें खींचीं और क्या वह पहले भी ऐसे प्रयास कर चुका है।
राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर पहले से ही स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (SSF) तैनात है, जिसे यूपी पुलिस और पीएसी के प्रशिक्षित जवानों से गठित किया गया है।
इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं, क्योंकि संदिग्ध व्यक्ति चेकिंग प्वाइंट्स पार कर मंदिर के अंदर तक पहुंचने में सफल रहा।
हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से वह पकड़ा गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के आदेश दिए हैं।
- मेटल डिटेक्टर और स्कैनिंग सिस्टम को और उन्नत किया जाएगा।
- मंदिर परिसर में कैमरा निगरानी बढ़ाई जाएगी।
- संदिग्ध उपकरणों की पहचान के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।
- भक्तों की सख्त जांच सुनिश्चित की जाएगी।
मंदिर प्रशासन का बयान
मंदिर प्रशासन ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे मंदिर में गैजेट्स या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर न आएं और सुरक्षा नियमों का पूरी तरह पालन करें।
राम मंदिर की सुरक्षा में यह घटना एक चेतावनी है, जिससे प्रशासन को भविष्य के लिए सतर्क रहने की जरूरत है।
आरोपी व्यक्ति के इरादों की गहराई से जांच की जा रही है और सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं से भी अनुरोध किया गया है कि वे किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा अधिकारियों को दें, ताकि मंदिर की पवित्रता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके